
मुँह के छाले:कारण,लक्षण,और घरेलू उपचार
मुँह के छाले एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जिससे लोग अक्सर परेशान रहते हैं। यह छाले मुँह के अंदरूनी हिस्से जैसे होंठ, गाल, जीभ, मसूड़ों या तालू पर हो सकते हैं। मुँह के छाले छोटे घाव होते हैं जो दर्दनाक होते हैं और बोलने, खाने और पीने में असुविधा पैदा करते हैं। हालाँकि ये छाले अधिकतर कुछ दिनों में खुद-ब-खुद ठीक हो जाते हैं, लेकिन इनका दर्द और असुविधा असहनीय हो सकती है। आइए जानते हैं मुँह के छालों के कारण, लक्षण, और उनके उपचार के बारे में।
मुँह के छालों के प्रकार
मुँह के छाले कई प्रकार के हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- माइनर छाले: ये छोटे और गोल छाले होते हैं और 1-2 हफ्तों में ठीक हो जाते हैं।
- मेजर छाले: ये बड़े और गहरे होते हैं, और इनको ठीक होने में अधिक समय लगता है।
- हर्पेटिफॉर्म छाले: ये छोटे-छोटे छाले होते हैं जो समूह में होते हैं और देखने में एक साथ कई घावों की तरह दिखाई देते हैं।
मुँह के छाले होने के कारण
मुँह के छाले होने के कई कारण हो सकते हैं। मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
- पोषण की कमी: विटामिन बी12, फोलिक एसिड, आयरन और जिंक की कमी से मुँह में छाले हो सकते हैं।
- हॉर्मोनल बदलाव: महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान या हॉर्मोनल असंतुलन के कारण छाले हो सकते हैं।
- दांतों से चोट लगना: किसी धारदार चीज़ से मुँह के अंदर चोट लगने या दांतों की गलत ब्रशिंग तकनीक से भी छाले हो सकते हैं।
- भावनात्मक तनाव: अधिक तनाव या चिंता भी मुँह के छालों का कारण बन सकता है।
- एलर्जी: कुछ खाद्य पदार्थों जैसे चॉकलेट, मसालेदार भोजन, खट्टे फल आदि से एलर्जी होने पर भी मुँह में छाले हो सकते हैं।
- बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण: बैक्टीरिया या वायरस के कारण मुँह में संक्रमण होने से भी छाले हो सकते हैं।
- मुँह की साफ़–सफाई न रखना: मुँह में गंदगी और बैक्टीरिया के जमाव से भी छाले हो सकते हैं।
मुँह के छालों के लक्षण
मुँह के छालों के प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- मुँह के अंदर छोटे, गोल या अंडाकार छाले
- दर्द और जलन
- छालों के आसपास सूजन
- छालों के कारण बोलने, खाने या पीने में परेशानी
- कुछ मामलों में बुखार या थकावट महसूस होना
मुँह के छालों के घरेलू उपचार
छोटे और सामान्य मुँह के छालों को घरेलू उपचार से आसानी से ठीक किया जा सकता है। यहाँ कुछ प्रभावी घरेलू उपचार दिए गए हैं:
- नारियल का तेल: नारियल के तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो छालों को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं। छालों पर रोजाना नारियल तेल लगाने से राहत मिलती है।
- शहद: शहद में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। शहद को छालों पर लगाने से दर्द और जलन में राहत मिलती है और छाले जल्दी ठीक होते हैं।
- तुलसी के पत्ते: तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। तुलसी के पत्तों को चबाने या उनका रस निकालकर छालों पर लगाने से राहत मिलती है।
- मुलहठी: मुलहठी का उपयोग आयुर्वेद में मुँह के छालों के उपचार के लिए किया जाता है। मुलहठी के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर छालों पर लगाने से दर्द और सूजन में आराम मिलता है।
- नमक और पानी का गरारा: गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने से मुँह के छालों में दर्द और सूजन कम होती है। यह मुँह के अंदरूनी हिस्से की सफाई भी करता है।
- एलोवेरा जेल: एलोवेरा के प्राकृतिक गुण छालों को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं। एलोवेरा जेल को सीधे छालों पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है।
- दही का सेवन: दही मुँह के छालों को शांत करने और जलन से राहत दिलाने में मदद करता है। इसमें प्रोबायोटिक्स होते हैं जो मुँह के संक्रमण को कम करने में सहायक होते हैं।
मुँह के छालों से बचाव के उपाय
मुँह के छालों से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं:
- संतुलित और पोषक आहार का सेवन करें जिसमें विटामिन और मिनरल्स पर्याप्त मात्रा में हों।
- मसालेदार और खट्टे खाद्य पदार्थों से बचें।
- मुँह की साफ़-सफाई का ध्यान रखें और रोजाना ब्रश और मुँह धोने की आदत डालें।
- तनाव और चिंता को कम करने के लिए ध्यान और योग जैसी तकनीकों का अभ्यास करें।
- अधिक गर्म या ठंडे भोजन से बचें, जिससे मुँह के अंदर जलन या छाले हो सकते हैं।
निष्कर्ष
मुँह के छाले एक सामान्य लेकिन कष्टदायक समस्या हो सकते हैं। सही देखभाल और घरेलू उपचार से इन छालों को आसानी से ठीक किया जा सकता है। यदि छाले लंबे समय तक ठीक नहीं होते या बार-बार हो रहे हैं, तो चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है। नियमित रूप से संतुलित आहार, मुँह की साफ-सफाई और तनाव प्रबंधन से मुँह के छालों से बचा जा सकता है।